बिहार के फौलादी बच्चो ने एक बार फिर माउंट एवरेस्ट बेस कैंप, गोक्यो पिल,काला पत्थर किया फतह।

बिहारशरीफ:- नालंदा के खंदकपर मानपुर भवन की रहने वाली अनिल गुप्ता की पुत्री प्रिया रानी,नईपोखर के रहने वाले पंकज कुमार के सुपुत्र गोपाल कुमार और जमुई से मधु दुबे कि पुत्री अनीशा दुबे ने एक बार फिर इंटरनेशनल दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट बेस कैंप नेपाल पर फतह किया। बिहार के तीनों परवतरोही प्रिया रानी ,गोपाल कुमार और अनीशा दुबे बिहार से नेपाल के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि 23 पर्वत को पार करके पैदल सैलरी से माउंट एवेरेस्ट बेस कैंप पर फतह किया।उन्होंने 27 सितंबर को माउंट एवरेस्ट बेस कैंप (17598ft) फतह किया और कलापट्ठर ट्रैक जिसकी ऊंचाई (18192)भी फतह किया उसके बाद 29 सितंबर को नेपाल की गोक्यो पीक जिसकी ऊंचाई (17929) फतह किया। बिहार से तीनों पर्वतरोही ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर भारत का तिरंगा फहराया और नेशनल एंथम के साथ माउंट एवरेस्ट पीआर आन बान शान के साथ तिरंगे की शान बढ़ाया। गोपाल कुमार, प्रिया रानी और अनीशा दुबे ने बताया कि इस एवरेस्ट पर क्लाइंब के दौरान कोई गाइड नही लिया गया और सेल्फ पूरा माउंट एवरेस्ट बेस कैंप ,कलापत्थर ट्रैक और गोकयो पीक खुद गाइड किए ।इन दिनों में कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा जैसे लगातार 8 घंटे चढ़ना,खाने की कमी आदि पर हमारे पर्वतारोही ने हार नहीं मानी मेहनत करने के बाद माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर फतह किया और बिहार सहित पूरे भारत का गौरव बढ़ाया। बिहार से बेमिशाल स्वच्छ अमृत महोत्सव का बैनर लगाते हुए बिहार को ये भी प्रेरणा दिए और 75 वे आजादी के अमृत महोत्सव पर भी उत्साह दिखाया गोपाल ,प्रिया और अनीशा के द्वारा बिहार से पहले भी पर्वतारोही प्रिया रानी, गोपाल कुमार और अनीशा दुबे ने यूनान पीक(18925फीट), फ्रेंडशिप पीक(19232फीट), पतालसु पीक13944फीट), परवतरोहण संस्था से बी.एम.सी और कई बेसिक कोर्स माउंटेन से किए थे। काफी मेहनत के बाद गोपाल ,प्रिया और अनीशा के साथ अंजना यादव और अमित विश्वकर्मा मधयप्रदेश के साथ टीम ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप चढ़ाई की और फतह किया ।  बिहार से गोपाल कुमार , प्रिया रानी और अनीशा दुबे के साथ जो पांच की टीम बनकर माउंट एवरेस्ट को फतह किया । उन्होंने बताया की जैसे पांच उंगली पंजा बनाता है वैसे ही पूरे माउंट पीआर एक दूसरे के लिए खड़े रहे। हमारी पांचों की टीम ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप फतह किया और देश का गौरव बढ़ाया। हमारी टीम गर्ल्स एंड बॉयज दोनो को बढ़ाती है ताकि कई बच्चो का सपना साकार हो सके जैसे इस बार तीन लड़कियां और दो लड़कों का ग्रुप बनाकर माउंट ऐवरेस्ट बेस कैंप के साथ कलापत्थर ट्रैक और गोकयो पीक पर भारत का तिरंगा फहराया।